अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का,
काल भी उसका क्या करे , जो भक्त हो "" महाकाल "" का !!!
Sunday, October 7, 2012
किसी रोज़ शाम के वक़्त
सूरज के आराम के वक़्त मिल जाये जो साथ तेरा हाथ में ले कर हाथ तेरा दूर किसी तन्हाई में दुनिया की शातिर परछाई में अपने संग बिठाऊँ तुझे दिल का हाल सुनाऊँ तुझे तेरी तारीफ आम करूं तेरे हाथ की लकीरों में तलाश अपना नाम करूं......
No comments:
Post a Comment